क्यूं होती है एशेज की ट्राफी इतनी छोटी ?/Asesh ki trophy choti kyu hoti hai

Introduction: जब भी क्रिकेट में राइवरी या दुश्मनी की बात करते है तो हमारे मन में सबसे पहले इंडिया बनाम पाकिस्तान का मैच ध्यान में आता जो की सही भी है। इंडिया बनाम पाकिस्तान का क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी दुश्मनी मानी जाती है। लेकिन इंडिया पाकिस्तान मैच में अलावा क्रिकेट में इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया का मैच भी एक राइवरी के रूप से भी जाना जाता है जो हमे एशेज(Ahesh) सीरीज में देखने को मिलती है। एशेज सीरीज का इंतिजार भी हर क्रिकेट फेन करता है और आपने सायद ये ध्यान जरूर दिया होगा की जब भी ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनो में से कोई भी टीम एशेज सीरीज जीतता है तो उनको एक ट्रॉफी दी जाती है जो की वो ट्रॉफी बहुत ही छोटी होती है और ये ट्रॉफी देख कर कई सारे लोगो के मन ने ये सवाल जरूर आता होगा की एशेज की ट्राफी इतनी छोटी क्यूं होती है। आज हम इसी के बारे में जानने वाले है की आखिर क्यों एशेज की ट्राफी छोटी होती है।



आखिर क्यूं एशेज की ट्राफी इतनी छोटी होती है??


क्यूं होती है एशेज की ट्राफी इतनी छोटी



क्रिकेट में राइवरी की बात करे तो सबसे पहले इंडिया पाकिस्तान मैच सब के खयाल में आता और ये सही भी लेकिन इस मैच में हम क्रिकेट में सबसे बड़े राइवरी की बात करे तो व है इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जानी वाली एशेज की सीरीज। एशेज सीरीज जो की ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेली जाती है जिसकी शुरुआत 1882 से हुई थी। जब भी किसी टीम के बीच कोई सीरीज होती हैं तो सीरीज जितने वाली टीम को एक ट्रॉफी मिलती है और ठीक इसी प्रकार ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के जब एशेज सीरीज होती है वो तब जितने सीरीज जितने वाली टीम को ट्रॉफी दी जाती है जो दूसरे ट्रॉफी की तुलना में काफी छोटी होती है और ये ट्रॉफी देख कर लोग सोचने लगते है की ये ट्रॉफी इतनी छोटी क्यूं होती है। आज हम इसी के बारे में बात करने वाले है।

एशेज की ट्राफी छोटी क्यूं होती है

एशेज की सुरुआत 1882 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच सुरू हुई थी। जब 1882 ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड का दौरा करने इंग्लैंड गई थी उन दिनो इंग्लैंड क्रिकेट की सबसे खकरनाक टीम होती थी उस टाइम इंग्लैंड को हरा पाना किसी भी टीम के लिए काफी मुस्किल थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को पहली बार टेस्ट क्रिकेट में मात दी थी और उस समय इंग्लैंड को क्रिकेट में हराना बहुत ही मुस्कील काम था। इस है के बाद इंग्लैंड की न्यूज कंपनी ने अगले दिन इस न्यूज़ को अखबार में छाप और इस न्यूज़ को अखबार में छापते हुए लिखा की इंग्लैंड में क्रिकेट की समाप्ति हो गई है इसके साथ लिखा गया था की इंग्लैंड क्रिकेट को इंग्लैंड में जला दिया गया और और इंग्लैंड क्रिकेट की राख जिसको एशेज(एशेज) कहा जाता है। ऑस्ट्रेलिया अपने साथ ऑस्ट्रेलिया में लेकर चली। इसके कुछ महीने बाद इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया और इस दौरे से पहले इंग्लैंड के कप्तान ने कहा था की हम ऑस्ट्रेलिया अपने हर का बदला लेने जा रहे है और हम अपनी क्रिकेट की राख यानी की एशेज को वापस लेने जा रहे है। जैसा की इंग्लैंड के कप्तान ने कहा था की हम अपने हार का बदला लेने ऑस्ट्रेलिया जा रहे वैसा ही इंग्लैंड की टीम ने किया इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को इंग्लैंड के हाथो हार का सामना करना परा। और इंग्लैंड की इस शानदार जीत के बाद इंग्लैड के कप्तान की पत्नी ने एक बोतल में उसी विकेट की बेल की राख भर कर इंग्लैंड के कप्तान को दी थी और तब से उस बोतल की साइज की एशेज की ट्राफी होनी लगी।

तो दोस्तो हमने आपको यहां ये जानकारी दे दी है की क्यू एशेज की एशेज छोटी है।


एशेज ट्रॉफी के अंदर किसकी राख है?

आज के समय में कहा जाता है को की असली एशेज ट्रॉफी है उसमे विकेट की को बेल होती हैं उसकी है राख उस असली एशेज ट्रॉफी की ट्राफी में भरी हुई है। ये राख सन 1882 में जब इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में हराया था तब उस समय के इंग्लैंड के कप्तान की पत्नी ने उस मैच में इस्तमाल होने वाली विकेट के उपर को बेल होती है उसी की राख उस एशेज की ट्राफी में भरी हुई है।



एशेज की ट्राफी की साइज कितनी और कोन की कलर की  होती है?

ये तो हम सब जानते है को एशेज की ट्राफी काफी छोटी होती है लेकिन बहुतों लोगो को ये पता नहीं होता है इस ट्रॉफी की साइज कितने होती है हम आपको बता दे की इस ट्रॉफी की साइज 4.1 इंच की होती है और ये ट्रॉफी ब्राउन रंग की होती है।


एशेज की शुरुआत कैसे हुई थी?

जैसा कि हमने आपको बताया की 1882 के टाइम में इंग्लैंड दुनिया की सांसे खतरनाक क्रिकेट टीम थी उस टाइम किसी भी टीम द्वारा इंग्लैंड को हरा पाना काफी मुस्किल था तब उसी टाइम ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड के साथ टेस्ट मैच खेलने इंग्लैंड आई और इन दोनो टीम के बीच इंग्लैंड के ओवल के मैदान में टेस्ट मैच खेली जा रही थी और इस मैच में इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामन करना परा और इस हार के अगले दिन इंग्लैंड के न्यूज पेपर में इंग्लैंड के इस हार के बारे में लिखा गया था और साथ ही साथ इसमें ये भी लिखा गया था की इंग्लैंड क्रिकेट की मौत हो गई है और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की राख जिसको एशेज भी कहते है उसको ऑस्ट्रेलिया अपने साथ ले गई। और इस हार के कुछ टाइम बाद वापस से इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था इस दौरे से पहले इंग्लैंड के कप्तान ने कहा था की हम ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया को हरा कर अपनी एशेज वापस लेने जा रहे है और इस दौरे में इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया को हरा भी दिया इस जीत के बाद इंग्लैंड  के कप्तान की पत्नी ने इंग्लैंड के कप्तान को एक छोटे बोतल में क्रिकेट स्टंप की बेल की राख को यानी एशेज को उस में भर कर को थी। और इस घटना के बाद से ही एशेज की शुरुआत हुई थी।

एशेज की सीरिज कितने सालों में होता है?

जैसा की हम सब जानते है की एशेज की सीरिज इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दोनो के लिए कितनी महत्वपूर्ण होती है ये सीरीज इन दोनो के लिए कितनी खास होती है इस टेस्ट सीरीज के लिए दोनो टीम के फेंस बेसब्री से इस सीरीज का इंतजार रहता है इनको इस सीरीज के लिए 2 साल तक इंतजार करना परता है यानी की एशेज सीरीज हर 2 साल में होता है।

एशेज सीरीज जितने वाली टीम को क्या असली एशेज की ट्राफी दी जाती है?


जैसा की हमे पता है की एशेज की सीरीज इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाती है जिसको जितना जितना दोनो टीमों के लिए काफी मुस्किल होता लेकिन फिर भी दोनो टीमों में से एक टीम ये सीरीज जीत ही लेती और जितने के बाद इस टीम को एशेज की ट्राफी दी जाती है। और व ट्रॉफी की देख कर कई ऐसे लोग है जो सोचने लगते है की क्या ये ट्रॉफी असली है या नलकी। दोस्तो हम आपको बता दे की जो ट्रॉफी जीतने वाली टीम को दी जाती है व असली एशेज की ट्राफी नही होती है वो ट्रॉफी एशेज ट्रॉफी की कॉपी यानी की नकली होती है।

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FAQ

1.एशेज की सुरूआत कब हुई थी?

Ans- एशेज की शुरुआत सबसे पहले 1882 में हुई थी।

2.एशेज किसके किसके बीच होती है?

Ans- इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज होती है।

3.एशेज कितने साल बाद होती है?

Ans- एशेज की हर 2 साल में होती है।

4.क्या ऑस्ट्रेलिया ने कभी एशेज की सीरीज जीती है?

Ans- की हा ऑस्ट्रेलिया ने भी एशेज की ट्राफी जीती है।

5.एशेज ट्रॉफी की साइज कितनी होती है?

Ans- एशेज ट्रॉफी की साइज 4.1 इंच की होती है।

6.एशेज सीरीज कितनी पुरानी है?

Ans- एशेज सीरीज लगभग 141 साल पुरानी है।

7.2023 का एशेज सीरीज किसने जीता था?

Ans- 2023 का एशेज सीरीज 2-2 से ड्रॉ रहा था।

8.2021 का एशेज सीरीज किसने जीता था?

Ans- 2021 का एशेज सीरीज ऑस्ट्रेलिया ने जीता था।

9.अगर एशेज की सीरीज ड्रॉ होती है तो ट्रॉफी किसकी मिलती है?

Ans- अगर किसी भी कारण एशेज की सीरीज ड्रॉ होती है तो एशेज की ट्राफी दोनो टीमों को दी जाती है।

10.एशेज की सीरीज में दोनो टीमों के बीच कितने मुकाबले होते है?

Ans- इस एशेज सीरीज के दौरान दोनों टीमों के बीच 5 टेस्ट मैच खेले जाते है।


निष्कर्ष: आज हमने आपको एशेज की ट्राफी के बारे में बताने की कोशिश की के क्यूं एशेज की ट्रॉफी इतनी छोटी है साथ ही एशेज की शुरुआत कैसे हुई इसके बारे में हमने आपको बिस्तर से बताने का प्रयास किया है आशा करता हु की आपको मेरा पोस्ट अच्छा लगा होगा।

धन्यवाद




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